ऑस्ट्रेलियाई टीम ने इंदौर टेस्ट मैच में धमाकेेदार खेल दिखाते हुए भारत को 9 विकेट से धूल चटा दी. इस जीत के चलते ऑस्ट्रेलिया की वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में भी जगह पक्की हो गई है.
दोनों टीमों के बीच आखिरी टेस्ट मैच 9 मार्च से अहमदाबाद में खेला जाएगा.
भारतीय टीम को इंदौर टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया ने 9 विकेट से हरा दिया. रोहित ब्रिगेड ने ऑस्ट्रेलिया के सामने सिर्फ 76 रनों का टारगेट दिया था, जिसे उसने तीसरे दिन लंच से पहले 19वें ओवर की आखिरी गेंद पर हासिल कर लिया.
इस जीत के साथ ही ऑस्ट्रेलियाई टीम ने वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) के फाइनल में जगह बना ली है.
जब भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने का फैसला किया था, तो मैच देखने आए फैन्स को उम्मीद थी कि उनकी टीम बड़ा स्कोर बनाने में कामयाब होगी… लेकिन सारे सपने टूट गए.
पहली इनिंग्स तो दूर, दोनों पारियों को मिलाकर तीन सौ रन भी नहीं बना पाई. टीम इंडिया की हार की कई वजहें रहीं.
Australia win the Third Test by 9 wickets. #TeamIndia 🇮🇳 will aim to bounce back in the fourth and final #INDvAUS Test at the Narendra Modi Stadium in Ahmedabad 👍🏻👍🏻
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— BCCI (@BCCI) March 3, 2023
टॉप ऑर्डर फ्लॉप
भारतीय बल्लेबाज इस पूरे मैच में रन बनाने के लिए जूझते रहे. विराट कोहली, शुभमन गिल और कप्तान रोहित शर्मा जैसे बल्लेबाजों का बुरा हाल रहा.
पिछले दो मैचों में शानदार प्रदर्शन कर रहे रोहित शर्मा से कुछ ज्यादा ही उम्मीद थीं, लेकिन वह दोनों पारियों में नाकाम रहे.
नाथन लायन का खौफ
मुकाबले से पहले ऑफ-स्पिनर नाथन लायन को लेकर भी काफी बातें कही जा रही थीं.
इस मुकाबले में यह देखने को भी मिला और लायन ने टीम इंडिया की कमर तोड़ के रख दी.
नाथन लायन ने पहली पारी में सिर्फ तीन विकेट लिए थे, लेकिन दूसरे पारी में उनका खौफ भारतीय बल्लेबाजों पर दिखा और उन्होंने कुल आठ विकेट चटकाए.
लायन ने मैच में 11 विकेट हासिल किए और प्लेयर ऑफ द मैच रहे.
पिच का भी रहा रोल
टीम इंडिया के खराब प्रदर्शन में पिच का भी अहम रोल रहा. पहले ही दिन से पिच पर काफी टर्न मिल रहा था और बल्लेबाज बेबस नजर आए.
हालांकि पिच ऐसी भी नहीं थी कि बैटिंग ना की जा सके. उस्मान ख्वाजा, चेतेश्वर पुजारा जैसे बल्लेबाजों ने अर्धशतक बनाकर दिखााया कि इस पिच पर भी बैटिंग की जा सकती है.
जडेजा-अश्विन और अक्षर बल्ले से फेल
नागपुर और दिल्ली टेस्ट मैच में इन तीनों खिलाड़ियों ने अच्छी बैटिंग करके भारत को संकट से उबारने में मदद की थी.
लेकिन इस मुकाबले में ये बल्ले से चल नहीं पाए.
अश्विन और जडेजा ने गेंद से जरूर कमाल दिखाया और ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी को 197 रनों पर समेटने में अहम रोल निभाया.
अति उत्साह ले डूबा
भारतीय टीम ने दिल्ली और नागपुर में खेले गए टेस्ट मैच में धमाकेदार जीत हासिल की थी और खिलाड़ियों का उत्साह चरम पर था.
ऐसे में ज्यादा आत्मविश्वास भी खिलाड़ियों को ले डूबा. अब भारत 9 मार्च से शुरू हो रहे आखिरी टेस्ट को जीतकर सीरीज पर कब्जा करना चाहेगी.