गेंदे के फूल की खेती की सबसे खास बात है कि 45 से 60 दिनों के अंदर इसकी फसल तुड़ाई के लिए तैयार हो जाती है.
इसके अलावा इसे बारहमासी पौधा भी माना जाता है. साल भर में किसान तीन बार इसकी खेती कर सकते हैं.
इसके अलावा हर शुभ त्योहारों में उपयोग होने की वजह से इसकी मांग भी बनी रहती है.
देश में पिछले कुछ सालों से फूलों की खेती किसानों के बीच काफी तेजी से लोकप्रिय हुई है.
फूलों की खेती किसानों को कम वक्त में बढ़िया मुनाफा दे जाती है. गेंदे का फूल भी कुछ इसी तरह का फसल है.
इस फूल की खेती में आप 20 हजार रुपये लगाकर आसानी से लाखों रुपये तक का मुनाफा कमा सकते हैं.
20 हजार रुपये की लागत में लाखों का मुनाफा
एक एकड़ में गेंदे की खेती में सिंचाई, गुड़ाई और निड़ाई के साथ तकरीबन 15 से 20 हजार की लागत में 2 से 4 लाख रुपये तक मुनाफा कमा लेते हैं.
ऐसे में लघू और सीमांत किसानों के लिए पारंपरिक फसलों के मुकाबले बढ़िया विकल्प साबित हो सकता है.
लघू और सीमांत किसानों के लिए ये खेती बेहद फायदेमंद साबित हो सकती है.
45 से 60 दिन में तैयार हो जाती है ये फसल
गेंदे का फूल की पत्तियों में औषधीय गुण समाहित होते हैं, ऐसे में इसे पशुओं के द्वारा खराब भी नहीं किया जाता है.
साथ ही इनके पौधों पर लाल मकड़ी के अलावा कोई कीट भी नहीं लगता है. इसके रखरखाव में भी उतनी लागत नहीं आती है.
गेंदे के फूल की खेती की सबसे खास बात है कि 45 से 60 दिनों के अंदर इसकी फसल तुड़ाई के लिए तैयार हो जाती है.
आसानी से उपलब्ध है बाजार
गेंदे फूल का मार्केट खोजने में ज्यादा मशक्कत नहीं लगती है. शादियों के मौसम में इस फूल की खूब मांग रहती है.
ऐसे वक्त में इसकी कीमतों में ठीक-ठाक इजाफा देखने को मिलता है. इन सबके अलावा भारत त्योहारों का देश है.
इन दिनों भी फूलों की मांग ज्यादा रहती है. ऐसे में इसके हाथोंहाथ बिक जाते हैं और बर्बाद होने की संभावना कम बनी रहती है.