भारत देश में कृषि योग्य भूमि कहीं समतल तो कहीं ऊबड़-खाबड़ है. ऐसे में कृषि यंत्रों के इस्तेमाल से खेती को आसान बनाया जा सकता है.
लेजर लैंड लेवलर मशीन किसानों के लिए बहुत उपयोगी होती है. इस मशीन का इस्तेमाल उबड़-खाबड़ खेत को पूरी तरह से समतल करने के लिए किया जाता है.
ऐसे खेतों को खेती योग्य बनाने का काम इसी लेजर लैंड लेवलर मशीन की मदद से किया जाता है.
इस मशीन का काम जमीन को समतल करना है ताकि उस जमीन पर खेती करना आसान हो जाए.
इसका लाभ यह है कि खेत में खड़ी फसल पर समान रूप से सिंचाई की जाती है, जिससे पानी की बचत के साथ-साथ खाद और ईंधन की भी बचत की जा सकती है.
मशीन की उपयोगिता
भारत देश भौगोलिक परिस्थितियां काफी अलग हैं. यहां की कृषि योग्य भूमि कहीं समतल तो कहीं ऊबड़-खाबड़ है.
खेती योग्य जमीन कहीं ऊँची तो कहीं नीची, कहीं मैदानी और कहीं पठारी है. ऐसे में फसल उगाना काफी मुश्किल हो जाता है.
किसानों को बुवाई से पहले खेतों को समतल करने की जरूरत होती है. ऐसे में यह उनके लिए किसी चुनौती से कम नहीं है.
क्योंकि खेती के लिए जमीन का समतल होना बहुत जरूरी है. खेत समतल ना होने के कारण फसल बोने में भी कई तरह की दिक्कतें आती हैं.
जिससे उपज पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है. इस बात को ध्यान में रखते हुए लेज़र लेवलर मशीन को डिज़ाइन किया गया है.
लेजर लेवलर मिट्टी को ऊंचे स्थान से नीचे की ओर खींचकर क्षेत्र को समतल बनाता है और इससे मिट्टी का उपजता भी बढ़ती है.
लेजर लैंड लेवलर मशीन के फायदे
- भूमि को समतल कर खेती करने से खाद, पानी की बचत होती है.धान की बुवाई समतल जमीन में की जाती है, इसके लिए किसान लेवेलिंग मशीन का इस्तेमाल कर सकते हैं.
- पूरे खेत में पानी का समान वितरण और जल निकासी की समुचित व्यवस्था के लिए खेतों को समतल करना बहुत जरूरी है. समतल खेतों में बुवाई आसानी और जल्दी से की जा सकती है.
- समतल खेत में बीजों का जमाव अच्छा रहता है जिससे फसल अच्छी होती है. पोषक तत्व और उर्वरक समतल खेतों में आसानी से दिए जा सकते हैं.
- समतल खेतों की निराई-गुड़ाई में कम समय लगता है और इसकी लागत भी कम आती है.