60 दिनों में धन्ना सेठ बना देंगी इस सब्जी की खेती, जानिए कैसे की जाती है इसकी खेती

55 दिनों में धन्ना सेठ बना देंगी इस सब्जी की खेती, जानिए कैसे की जाती है इसकी खेती गांठ गोभी, जिसे नापा केबेज या चाइनीज केबेज के नाम से भी जाना जाता है, गोभी की एक बेहतरीन किस्म है। यह बाहर से हरे रंग की होती है, लेकिन अंदर से यह आलू की तरह सख्त और सफेद होती है। इसकी खासियत यह है कि यह स्वादिष्ट होने के साथ-साथ पोषक तत्वों से भरपूर होती है, जिसकी वजह से इसकी मांग बाजार में बहुत अधिक है। लोग इसे सलाद, सब्जी, सूप और अन्य व्यंजनों में इस्तेमाल करना पसंद करते हैं।

गांठ गोभी की किस्म 

गांठ गोभी की मुख्य किस्मो की बात करे तो लार्ज ग्रीन, किंग ऑफ नार्थ, परपल वियना, व्हाईट विआना, पालम टैन्डरनोब किस्म है।

कैसे करे गांठ गोभी की खेती 

गांठ गोभी की खेती किसानों के लिए बहुत फायदेमंद साबित होती है, क्योंकि इसकी मांग बाजार में लगातार बनी रहती है और यह कम समय में अच्छी उपज देती है। इसकी खेती के लिए जल निकासी वाली बलुई दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त मानी जाती है। बुआई से पहले खेत की गहरी जुताई करके मिट्टी को भुरभुरा बना लेना चाहिए और उसमें गोबर की खाद मिलानी चाहिए ताकि मिट्टी उपजाऊ बन सके। अच्छी गुणवत्ता वाले बीजों का चयन करना भी बहुत जरूरी है। गांठ गोभी के पौधे के विकास और गांठ के अच्छे विकास के लिए 15 से 20 डिग्री सेल्सियस तापमान आदर्श माना जाता है। बुआई के बाद, यह फसल लगभग 55 से 60 दिनों में तैयार हो जाती है, जिससे किसानों को कम समय में अच्छा मुनाफा मिलता है।

ये भी पढ़िए- रोमांचिक फीचर्स के साथ सबके मन को मोहने आ गयी न्यू Mahindra XUV300, धांसू इंजन के साथ कीमत भी है कम

गांठ गोभी का उत्पादन और लाभ 

गांठ गोभी की खेती किसानों के लिए बहुत लाभदायक साबित होती है, क्योंकि यह न केवल अच्छी पैदावार देती है, बल्कि बाजार में इसकी मांग भी बहुत अधिक है। एक हेक्टेयर में गांठ गोभी की खेती करने से लगभग 12 से 30 टन तक उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है, जो किसानों के लिए बंपर आमदनी का स्रोत बन सकता है। इसकी खेती से करीब 3 लाख रुपए तक की कमाई आसानी से की जा सकती है। गांठ गोभी की खेती कम समय में अधिक मुनाफा देने वाली फसल है, इसलिए किसानों को इसकी खेती करने पर जरूर विचार करना चाहिए। यह न केवल आर्थिक रूप से फायदेमंद है, बल्कि बाजार में इसकी लोकप्रियता भी इसे एक आकर्षक विकल्प बनाती है।

Leave a Comment